हादसा / कमजाेर रस्सी के सहारे सीवर में उतरा युवक, रस्सी टूटने से नीचे गिरा, मौत
हादसा / कमजाेर रस्सी के सहारे सीवर में उतरा युवक, रस्सी टूटने से नीचे गिरा, मौत
नई दिल्ली. मामला द्वारका जिले के डाबड़ी थाना इलाके में शनिवार को मोतीनगर जैसा एक और सीवर हादसा हो गया। सीवर की सफाई करने उतरे युवक की रस्सी कमजोर होने से टूट गई और युवक सीवर में जा गिरा। मौके पर पहुंची पुलिस और दमकल विभाग के कर्मचारियों ने युवक को बाहर निकाल कर उसे दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतक की पहचान अनिल (27) के रूप में हुई है। पुलिस ने ठेकेदार काला के खिलाफ लापरवाही की धाराओं में मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। बता दें गत रविवार को पश्चिमी दिल्ली के मोती नगर में सेफ्टी टैंक की सफाई करने के दौरान जहरीली गैस से दम घुटने से पांच लोगों की मौत हो गई थी।
ठेकेदार से कहा था रस्सी कमजोर है, नहीं माना, गिरफ्तार : ठेकेदार काला के दूसरे कर्मचारी रमेश का कहना है कि उन्होंने ठेकेदार से बोला था कि रस्सी कमजोर है। यह कभी भी टूट सकती है। इस पर काला ने कहा कि अनिल को पैसे दे दिए हैं आप इसकी सहायता करो।
रमेश ने बताया कि अनिल सीवर में पांच से छह पैड़ी तक उतरा, तभी जहरीली गैस का अटैक हुआ। वह ऊपर आने लगा तो पैड़ी से उसके हाथ और पैर फिसल गए। कमजाेर रस्सी उसे संभाल नहीं पाई और वह सीवर में नीचे जा गिरा। अनिल डाबड़ी एक्सटेंशन द्वारका इलाके में परिवार के साथ रहता था। उसके परिवार में माता-पिता, दो भाई और एक बहन है।
सीवर टैंक की सफाई के हैं 21 नियम : सीवर टैंक की सफाई के दौरान 21 नियमों का पालन करना जरूरी होता है। इसमें विशेष सूट, ऑक्सीजन सिलेंडर, मास्क, गम शूज, सेफ्टी बेल्ट व आपातकाल की अवस्था के लिए एंबुलेंस को पहले सूचित करना तक शामिल है। लेकिन इस पर अधिकांश मामलों में अमल नहीं होता है। इस पर न तो सरकारी और न ही निजी एजेंसियां अमल कर रही हैं। ऐसे में मौत का सिलसिला जारी है।