छठी से 10वीं कक्षा तक अब संस्कृत पढऩा अनिवार्य

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छठी से 10वीं कक्षा तक अब संस्कृत पढऩा अनिवार्य

संस्कृत विषय को स्कूली पाठ्यक्रम में अनिवार्य भाषा के रूप में शामिल करने की पहलकदमी सरकार ने की है। आने वाले सैशन से प्रदेश में छठी से 10वीं कक्षा तक संस्कृत भाषा को अनिवार्य पाठ्यक्रम के रूप में शामिल किया जाएगा। इस आशय की जानकारी हरियाणा के शिक्षामंत्री रामबिलास शर्मा ने यहां सिरसा के विवेकानंद सीनियर सैकेंडरी स्कूल में संस्कृत भारतीय हरियाणा के 2 दिवसीय प्रांतीय सम्मेलन के पहले दिन दी।

संस्कृत
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वह सम्मेलन को बतौर मुख्यातिथि सम्बोधित कर रहे थे। शिक्षामंत्री ने कहा कि संस्कृत परीक्षा बोर्ड के गठन करने और मनसा देवी कॉम्प्लैक्स पंचकूला में संस्कृत महाविद्यालय भी शुरू किया जाएगा। इस अवसर पर शिक्षामंत्री ने संस्कृत भाषा में लिखित आयुर्वेद भाषा और योगास्य भाषा पुस्तकों का विमोचन भी किया। शिक्षामंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने संस्कृत को प्रोत्साहन देने के लिए कैथल के मुंदड़ी गांव में महॢष वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना की है। इसके अलावा संस्कृत अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया भी जारी है।

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